Wednesday, January 29, 2014

दिल की बात

यहां पढ़ें राहुल गांधी की दिल की बात -
जब सरकार कांग्रेस चलती है तो कानून भी कोंग्रेस को अपने सांसदों को कह कर बनबाना चाहिए न की जजों और मीडिया और हम सड़क के लोग को पर क्या करे भारत का दुर्भाग्य की राहुल जी के पुरखो ने देश का ठेका ले रखा था और उन्होंने देश बेच दिया. अब अगर मीडिया और जज सड़क पर कानून बना रहे हैं तो आपको उससे भी कस्ट हो रहा है. गलती आपके पुरखो की है जिन्होंने जजों को ये हक संबिधान में हक दे दिया
भारत की जनता की तरफ से मेरा सौरभ यादव का राहुल गाँधी को उनकी कांग्रेस कार्य समिति में कही बातोँ का जबाब
राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले राजीव गांधी ही हैं जिन्होंने माना कि रुपये का 15 पैसा ही जमीन पर पहुंचता है इसका मतलब साफ है कि राहुल आपके पिता जी के पहले आपके ही परिवार के सदस्यों ने ही राज किया देस पर और अगर ८५ पैसे एक रूपये में रस्ते में ही ख़तम हुआ तो क्यूँ हुआ ये तो बताओ ये इस लिए हुआ ये जो योजनाओ की आप बात कर रहे हो इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ सिस्टम जो लोग भी थे उनको रूपये के ८५ पैसे को आपके परिवार के महान लोग ने बाट कर अपना राज तंत्र स्थापित किया उसीका का नतीजा है कि आज तक कांग्रेस के सारे नेता आप लोगों के आगे पीछे घुमते रहते हैं नहीं तो ऐसा कुछ नहीं जो एक आम आदमी से आप या आपकी माता जी किसी आम माँ से भिन्न क्षमता बाले हैं ये सिर्फ इसलिए कि आप परिवार के तथाकथित महान लोगो ने देश को लूटने के लिए कांग्रेस का प्रयोग किया. आपके दिल में कांग्रेस बसती होगी हमारे दिल में तो भारत माता का वास है.

आपके दिल में कांग्रेस बसती होगी हमारे दिल में तो भारत माता का वास है.राहुल के मणिशंकर अय्यर की तारीफ करने के बिषय में यह कहना है की यह पहली बार हुआ है की किसी व्यक्ति ने यह मन कि नेहरु जी, इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी और राहुल आपके अलावां भारत का भला कोई और न तो सोचा है न ही इसके लायक ही है कि सोच सके. बदले हुए राजनैतिक माहौल में अब अगर आप इसतरह की तारीफ कर के यह बताना चाहते है की आपकी माँ और आपे अलावां बहुत लोग है कांग्रेस में तो यही लगता है जैसे लोमड़ी या सियार बकरी की खल पहन कर आ गयी है की देखो मई दूध देती हूँ गाय को छोड़ो. तो यह समझ लीजिये कि अब आम आदमी गुमराह नहीं होने वाला. आज के पहले कांग्रेस के किसी नेता का गुड गान किसी ने नहीं किया ऐसा लगता था जब मेरा भाई बताता था जो विदेश में है की भारत में अच्छे लोगो का अकाल है बाकि लोग देश को लूटना चाहते है. सिर्फनेहरु जी, इंदिरा जी, राजीव जी, सोनिया जी और राहुल आपके अलावां भारत का भला कोई और न तो सोचा है न ही इसके लायक ही है कि सोच सके. रही बात पंजायती राज की तो जो मुझे समझ आता है भारत का लोकतात्र तो आप के राजवंश के रहते आज तक आया ही नहीं आप तो सम्राट है और बाकि लोगो को या तो रजा या सामंत या जमींदार बना कर रखते है जिससे ओ आपके राजतन्त्र को चलने में सहयोग कर सके मगर. मणिशंकर अय्यर जी आज बहुत खुस होंगे की सम्राट ने उनका मह्हतव रखा.
पंचायती राज का कोई उपयोग भारत के विकास या पंचायती व्यवस्था का कोई फायदा हुआ हो ऐसा तो हुआ ह नहीं क्यूँ कि आप के पिता जी जो उस समय सम्राट थे उनको जनता की चिंता नहीं थी उनको तो अपने सामंतो को खुश करने के लिए जिससे उन सामंतो को अपने क्षेत्र पर कण्ट्रोल हो सके

राहुल ने कहा # लोकतंत्र एक व्यक्ति विशेष से नहीं चलता है. लोकतंत्र तानाशाही से नहीं चलता है. पैकेजिंग की राजनीति से असली मुद्दे छूट रहे हैं.
मेरा भारत के आम आदमी की तरफ से उत्तर :- राहुल व्यक्ति बिसेष से लोकतंत्र नहीं चलता ये अब समझ आने लगा है भारत देश को अब तक भारत में सलतनत थी आप के परिवार की जो राजतन्त्र अब ख़तम हो जायेगा तब जा कर भारत में लोक तंत्र आएगा और रही बात लोकतंत्र तानाशाही से नहीं चलता ओ तो पता है पर लोकतंत्र राजतन्त्र से भी नहीं चलता इस लिए राहुल जी आपका राज खत्म करना ही होगा भारत के आम आदमी को.

बकौल राहुल आईटीआई से आम जनता को ताकत मिली.
राहुल गांधी ने कहा
# हमने लोगों को आरटीआई दी. किसी ने आरटीआई की मांग नहीं की थी. कांग्रेस ने खुद ही आरटीआई दिया.
आपकी बात के जबाब में मुझे यह कहना है की अगर आप इतने ही भले मानुस है और आपकी पार्टी RTI की सौगात भारत को दी तो अब क्यूँ नहीं राजनातिक दलों को भी RTI के दायरे में लेन देते है. लेकिन आप की सरकार ने तो १२ अगस्त २०१३ को RTI एक्ट का संसोधन बिल ही लोक्सभा में राजनातिक दलों को बहार लेन के लिए ले आये सिर्फ इसलिए जिससे न्यायालयों के आदेशो से बाख जाये और सूचना न देनी पड़े आप लोग क्या छुपाना न्चाहते हो आप तो जनता के लिए करते हो न . नहीं गलती हो गयी आप तो सम्राट हो और बाकि राजा और सामंत को भी आप का दायित्व है बचाना इस लिए आपने संसोधन बिल लाये जब की ६ राट्रीय दल :- Congress, BJP, NCP, CPI(M), CPI and BSP have been substantially funded indirectly by the Central Government और आप सरे दल लोक चरित्र के है तो क्यूँ न हो आप RTI के दायरे में पात्र आप तो सम्राट है और आपको अपने अदीन राजाओ और सामंतो का भी दयां रखना है जनता तो गुलाम है .

राहुल ने कहा :-
# लोकपाल को लेकर तमाशा हुआ. लोकपाल कांग्रेस ने बनाया. भ्रष्टाचार मिटाने के लिए संसद में 6 और बिल पड़े हैं. इन बिलों को पास करके दिखाएंगे.
मेरा कहना है कि सरकार कांग्रेस चला रही है और उम्मीद की जाती है की जनता कानून बनाये ये सरे कानून जो राहुल बता रहे है ओ आपने या आपके पापा या आपकी दादी या आपकी मम्मी ने पहले क्यूँ नहीं बनवाया क्या तब जरूरत नहीं थी क्या तब ये प्रोब्लेम नहीं थी. थी पर आप को अब श्रेय लेना है आगे बाद कर क्यूँ की अगर आप नहीं बनोगे तो हम तो बनायेगे. और अब जब बनना तय है तो क्यूँ न श्रेय लिया जाया की पालिसी चलाया जाय. आपकी या आपकी मम्मी की मनसा अगर सही होती तो आर टी आई संसोधन २०१३ न होता जिसमे आपने ६ राट्रीय दल :- Congress, BJP, NCP, CPI(M), CPI and BSP जो substantially funded indirectly by the Central Government है को आपने बचा लिया. यही राहुल बताना चाहते है न आप अगर आपको लता है की अभी भी हम आम आदमी को समझ नहीं आया तो बता दीजिये आपकी क्लास में आजायेंगे. समझा सके तो समझा दीजिये नहीं तो ये जान लीजिये खदेड़ खदेड़ कर राजतन्त्र का बुखार जो ताना सही में आप बदलना चाहते है उसको उतर देंगे. अब भी देर नहीं हुयी है कृपया मन जाईये .

सबसे घटिया दर्जे के लोग हैं आम आदमी पार्टी में : सलमान खुर्शीद

सही कहा सलमान खुर्शीद जी आम आदमी के आइडिया प्रागैतिहासिक काल के हैं, उनकी कोई गंभीर विचारधारा नहीं है, और देशभर के कुछ नहीं हम सारे सबसे घटिया दर्जे के लोग इसमें शामिल हैं..पर हम घटिया ही रह गए इस का योगदान तो कांग्रेस का ही तो है आप लोग तो आपने राज परिवार के लिए ही चिंता करते रहते है कभी हमें और हमारी जीवन की जरूरतों और हमें आच्छा जीवन देने की सोचते तो पर नहीं आपलोगों को तो हमें घटिया ही बनाए रखना है आप केंद्रीय विदेशमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है लोगों की वैशाखी को भी बेच देते है क्यों की हम वैशाखी लगा कर चलेंगे आपके आँखों के सामने का दृष्य घटिया लगेगा . धन्यवाद सलमान खुर्शीद जी

जय हिन्द हमें उतर प्रदेश से श्री अखिलेश यादव की और उनके परिवार की सरकार को हटाने का विडा उठाना है . ये कैसा राज तत्र है. माननीय मुलायम यादव जी के परिवार ने उत्तर प्रदेश को १०-१२ नेता दिए है जो आज उत्तर प्रदेश का भविष्य अपने हाथ में ले कर बैठे हैं . ये जाती और धर्म के वाल पर अब सत्ता में रहना उचित नहीं.

उत्तर प्रदेश के वोटर और आम आदमी पार्टी के सदस्यों हमारे ऊपर आज बहुत बड़ी जिम्मेदारी आगई है क्योंकि देश का ८० संसद उत्तर प्रदेश चुनता है. अगर हम ठान ले की हमें उत्तर प्रदेश से अच्छे सांसदों को ही चुनना और साथ ही हमें उत्तर प्रदेश से वंश वाद और राजतंत्र जैसी प्रणाली चलाने पर आतुर नेतागन की हरा कर आम आदमी पार्टी को विजयी बनाना होगा .
कांग्रेस और भाजपा ने देश के लोकतंत्र को मजाक समझ रखा है क्या देश जकी जनता द्वारा चुने गए सांसदों को जो अधिकार प्राप्त है उसको ये बड़े दल अपने घर से चलाना चाहते है.

अगर आप अच्छे उम्मीदवार खड़े करो और जनता उनको चुनेगी.

हमें राहुल गांधी या नरेंद्र मोदी लेकर परेशांन नहीं होना चहिये. जनता द्वारा चुने सांसद अपना प्रतिनिधी चुने.

मजबूत प्रधानमंत्री तब मिलेगा जब ये बड़े दल अपने पार्टी में संसदीय परंपरा के साथ लोक तंत्र स्थापित करें . देश को ये दल अपने कारगुजारियों से दल दल में डाल रहे हैं .

जहाँ तक राजनैतिक दल के नुमाइंदे जिस तरह के गलत वयानी कर रही है उससे भारत के लोकतंत्र में जहर घुल रहा है.

जो भी आदमी अपने संस्कारों को भूल गये उनको लोकतंत्र में नहीं रहना चाहिए.

देश की आजादी के इस आन्दोलन में सहभागी बने आज तक हमें गुमराह किया गया हमारे पुरखों को गुमराह किया गया नेता जी सुभाषचंद्र, चंद्रशेखर को भगतसिंह को सभी शहीदों का अपमान किया गया अब नहीं अब नहीं बर्दास्त . हमें आज़ादी चाहिए उससे कुछ कम नहीं

अखिलेश जी जब जवानो का कटा सर सरहद से आया था सरकार कंजूसी क्यूँ कर रही थी. १ करोड़ रूपये कुछ नहीं होते परन्तु अधिवक्ताओं के लिए एक १०*२० = २०० स्क्वायर फीट के कमरे में एक पुस्तकालय खोल दिया जिस कमरे का किराया व उसके रख रखाव, पुस्तकालय का उपयोग करने वाले अधिवक्ताओं या विधि स्नातकों से सिर्फ २०० रूपये महीना लिया जाय तो २००*१०० = २०००० प्रति माह के हिसाब से होते हैं. आप के द्वारा दिए गए १ करोड़ का उपयोग पुस्तकालय को तैयार करने में किया जा सकता है .यह सिर्फ एक उदाहरण है . और भी तरीके से जनता के भलाई के लिए खर्च किये जा सकते हैं .इस तरह के खर्चे से भी रोजगार का सृजन हो सकता है.

जदयू के नेता जो व्यान दे रहे है उन्हें लगता है किसी भी जाती धर्मं देश में इसतरह की परम्परा मंजूर है जहाँ तक मुझे पता है नहीं. आप के ही न्यूज में ये लिखा --(- ‘‘चाय विक्रेता ’’ विवाद में शामिल हो गया और कहा कि ‘‘जहरीली’’ चाय बेचने वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए.) क्या इस तरह के वयान से देश की जनता पर क्या असर पड़ेगा.

कांग्रेस महासचिव अजय माकन व . केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी के वयान कि कांग्रेस देश को मजबूत प्रधानमंत्री देती है ये सिर्फ गुमराहन करने वाला है आज तक देश को अच्चा प्रधानमन्त्री नहीं मिला
जवाहर लाल नेहरू गुलजारीलाल नंदा लालबहादुर शास्त्री इन्दिरा गान्धी इन्दिरा गान्धी राजीव न्धी नरसिंह राव मनमोहन सिंह कांग्रेस के व मोरारजी देसाई भी कभी कांग्रेस के ही थे . ये मेरी व्यक्तिगत राय है परन्तु मुझे कोई नहीं मिला जो इन सबको मजबूत कहा हो.

ये सारे नेता सिर्फ प्रधानमन्त्री बनना या बनाना चाहते है देश का विकास कैसे हो ये किसी को चिंता नहीं है. देश बने या बिगड़े ये बन जाए इनको यही चिंता नहीं है

जदयू नेता के सी त्यागी ने कहा कि गुजरात के जरिए देश में जहरीली चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए. ये कण निर्णय लेगा की जहर है अमृत. ये सरे नेता जब अपनी बात होती है तो बोलते है कि न्यायपालिका के निर्णय तक मै निर्दोष हूँ मुझे किसी का पक्ष नहीं लेना पर पर यह परंपरा बंद होनी चाहिए

लोकसभा चुनावों में जनता को निर्णय करने दिया जाय.

जय हिन्द

No comments:

Post a Comment